जानिए कैसे पुराने लोहे के बर्तन फिर से चमकेंगे नए जैसे

डेल-ई द्वारा उत्पन्न

पुराने बर्तनों को दें नया जीवन

कई घरों में रसोई की अलमारियों पर अब भी दादी के ज़माने की लोहे की कड़ाही या भगौना छिपा मिलता है। कभी यह रोज़मर्रा के पकवानों का भरोसेमंद साथी था, लेकिन अब उस पर जमी जली हुई चिकनाई की परतें किसी आधुनिक डिटर्जेंट या लंबे भिगोने से भी नहीं हटतीं। फिर भी, एक आसान और सस्ता तरीका है जिससे यह पुराना बर्तन दोबारा चमक उठ सकता है।

क्या चाहिए होगा

पुराने लोहे के बर्तनों को साफ़ करने के लिए महंगे रसायनों की ज़रूरत नहीं होती। ज़रूरी चीज़ें घर पर ही मिल जाती हैं या नज़दीकी दुकान से ली जा सकती हैं।

आपको चाहिए:

  • 125 ग्राम पीवीए गोंद
  • 72% घरेलू साबुन की एक टिकिया

यह अप्रत्याशित संयोजन चमत्कारिक ढंग से काम करता है — यह पुरानी चिकनाई और कालिख को घोल देता है।

घोल तैयार करने का तरीका

सबसे पहले साबुन को मोटे कद्दूकस से कद्दूकस करें और उसे गर्म पानी से भरे बड़े बर्तन में डालें। जब पानी उबलने के करीब हो जाए, तो उसमें पीवीए गोंद डालें और तब तक मिलाएँ जब तक साबुन पूरी तरह घुल न जाए।

अब इस तैयार घोल में अपनी लोहे की कड़ाही या भगौना डाल दें। इसे मध्यम आँच पर लगभग दो घंटे तक पकने दें। अगर पानी कम हो जाए, तो थोड़ा और पानी डालें।

चिकनाई के साथ क्या होता है

इस "उबाल स्नान" के बाद जमी हुई चिकनाई नरम हो जाती है और सतह से अलग होने लगती है। कुछ हिस्सों में यह अपने आप झड़ने भी लगती है। बचे हुए अंशों को धातु की स्क्रबर से आसानी से साफ़ किया जा सकता है — लगभग आधे घंटे में बर्तन पहले से कहीं ज़्यादा साफ़ दिखने लगता है।

कम खर्च में बेहतरीन नतीजा

यह तरीका बिना किसी महंगे क्लीनर के कारगर साबित होता है और किसी भी उम्र के लोहे के बर्तनों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। सफाई के बाद बर्तन की सतह फिर से चिकनी और चमकदार हो जाती है, जैसे वह नई हो।

पीढ़ियों तक साथ निभाने वाले ये पुराने बर्तन अब फिर से चूल्हे पर अपनी जगह ले सकते हैं — समय की परतों से मुक्त और नए जैसी चमक लिए हुए।